Description
भारत के सार्वजनिक क्षेत्र में बैंकिंग की विकास-यात्रा काफी विस्तृत ह। मैंने प्रस्तुत पुस्तक में महत्त्वपूर्ण अध्ययन सामग्री का ही समावेश करने का एक छोटा सा प्रयास किया है।
प्रस्तुत पुस्तक बैंकरों, उद्यमियों, उद्योगपतियों, विद्यार्थियों एवं व्यापारी वर्ग के लिए काफी उपयोगी साबित होगी, ऐसी आशा ह।
अनिवासी भारतीयों, निर्यातकों, शोधकर्ताओं आदि के लिए भी यह पुस्तक लाभप्रद है।
-हरिराम गुप्ता