सुप्रसिद्ध लेखिका मधु कांकरिया के कहानी संग्रह “…और अंत में ईशु” से एक कहानी ‘कुल्ला’
पहली मर्तबा जब उसने मर्द की आँखों में झाँका तो उसे चाँद-सितारे दिखाई दिए। उस रात उसने अपने मर्द से कविता की भाषा में बात की। शायरियों में जवाब दिया। और जब दूसरी दफा उसने मर्द को जाना, उसकी दो दिन बढ़ी दाढ़ी की महक ली तो उसकी उनींदी आँखें थोड़ी चौड़ी हुईं। आत्मा में […]
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