Description
संपूर्ण बाल विज्ञान कथाएँ
“मैं यही कहूँगा कि जो बच्चे परीकथाएँ, भूत-प्रेतों की कहानियाँ आदि पढ़ते हैं, उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण जागृत होने में बाधा पड़ सकती है, क्योंकि वे अंधविश्वासी अधिक बन सकते हैं। और हमारे देश में अंधविश्वास ने अपनी जड़ें कितनी गहरी जमा रखी हैं कि यह वे लोग अच्छी तरह जानते हैं, जो विज्ञान-प्रसारक हैं। इसलिए मैं ऐसे बच्चों को सलाह दूँगा कि वे विज्ञान कथाएँ अवश्य पढ़ें, क्योंकि जब हम विज्ञान की नजर से कुछ पढ़ते हैं तो समझ में आ जाता है कि संभव क्या है, असंभव क्या है। विज्ञान कथाएँ उन्हें नई दृष्टि, नई सोच और भविष्य की सार्थक कल्पना देती हैं।”
—जयंत विष्णु नार्लीकर (इसी पुस्तक से)
बच्चों के लिए डॉ. हरिकृष्ण देवसरे विगत पचास वर्षों से विज्ञान लेखन कर रहे हैं। विज्ञान कथा लेखन में डॉ. देवसरे का प्रशस्य योगदान रहा है। आपके कई बाल विज्ञान उपन्यास ‘होटल का रहस्य’, ‘ला-वेनी’ आदि बहुत लोकप्रिय हुए। यहाँ उनकी संपूर्ण बाल विज्ञान कथाएँ प्रस्तुत हैं। आशा है, यह प्रस्तुति सभी वर्ग के पाठकों के लिए रुचिकर और पठनीय सिद्ध होगी।