Description
कार्यालयी अनुवाद का अर्थ है ‘कार्यालय साहित्य का अनुवाद’। इसमें व्यावहारिक रूप से मुख्यतया हिंदी से अंग्रेजी या अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद का आशय है। आज अनेकानेक कार्यालय हैं, जिनकी जरूरतें, पद्धतियाँ, मानसिकताएँ और प्रक्रियाएँ भिन्न-भिन्न हैं। भूमंडलीकरण और मुक्तपूँजीवाद के कारण अनुवाद पर निर्भरता अधिक बढ़ी है। कंप्यूटर और संचार के अन्यान्य माध्यमों ने भी अपना पर्याप्त योगदान किया है। यही कारण है कि कार्यालयी सामग्री का अनुवाद करते समय विविधता व नवीनता एक चुनौती है। रचनात्मक साहित्य से विपरीत इसमें अभिधा का प्रयोग, एकार्थता, पारिभाषिक शब्दावली व समस्तोतीयता का ध्यान रखना अपेक्षित है।
प्रस्तुत पुस्तक कार्यालयी अनुवाद की समस्याएँ अपने विषय की अनूठी किताब है। डॉ- भोलानाथ तिवारी, डॉ- कृष्णकुमार गोस्वामी, अजीतलाल गुलाटी, डॉ- किरण बाला, डॉ- उर्मिला भास्कर, डॉ- श्रीनिवास द्विवेदी, व्रजकिशोर शर्मा और डॉ- शशिप्रभा जैसे विषय विशेषज्ञों के लेखों से समृद्ध इस किताब से कार्यालयी साहित्य का अनुवाद करने में समुचित सहायता मिलेगी। जो पाठक अपने ज्ञान में वृद्धि करना चाहते हैं उनके लिए भी यह जरूरी किताब है। पुस्तक में सैद्धांतिक विवेचन के साथ प्रयोगात्मक सामग्री भी है। इससे अभ्यासकर्ताओं को सुविधा होगी।