Description
स्वामी रामतीर्थ की श्रेष्ठ कहानियां का यह अनूदित संग्रह पुस्तक रूप में आपके हाथों में हैं मुझे विश्वास है कि जो भी महानुभाव इसे एक बार पढ़ना आरंभ करेगा, इसे पूरा पढ़े बिना दम नहीं लेगा और यह महसूस करेगा कि इसकी प्रत्येक कहानी जहां अत्यंत रूचि-मोहक है, वहां उसका दामन उज्जवल प्रेरणाओं और सुनहले शिक्षा-तत्त्वों से जगमगा रहा है तथा हृदय व मन को आलोकित किये देता है।
प्रत्येक कहानी के अन्त में कुछ शब्दों द्वारा कहानी में निहित शिक्षा-तत्त्व का संकेत कर दिया गया है। यदि ऐसा न किया जाता, तो इन कहानियों एवं स्वामी जी के उद्देश्य से न्याय नहीं हो सकता था। स्वामी जी ने प्रत्येक कहानी का उद्भावन केवल इसीलिए किया था कि इसके रोचक माघ्यम से अपने श्रोताओं एवं पाठकों के निकट विषय की गंभीरता तथा दुरूहता बोधगम्य व सरल हो जाये और साथ ही साथ शिक्षा के तत्त्व भी उजागर हो उठे।
-जगन्नाथ प्रभाकर
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