बुक्स हिंदी 

-15%

Swami Punitachari

90.00 76.50

ISBN: 978-81-88466-39-9
Edition: 2005
Pages: 144
Language: Hindi
Format: Hardback


Author : Dr. Chandrika Prasad Sharma

Compare
Category:

Description

अचानक, सदगुरु भगवान दत्त के शरीर से एक तेजस्वी प्रकाश पुंज निकलकर पुनीताचारी जी के शरीर में समा गया । भगवान दत्तात्रेय ने अपना तेज, अपना ओज, अपनी आभा पुनीताचारी जी में प्रविष्ट कराकर पुनीताचारी जी को अपने समान ओजस्वी बना लिया । आज एक गुरु ने अपने शिष्य को सम आसन पर बैठा लिया । बारंबार नमनीय हैं ऐसे सदगुरु भगवान दतात्रेय महाराज और धन्य हैं ऐसे शिष्य पुनीताचारी जी महाराज ।

Vendor Information

  • 5.00 5.00 rating from 3 reviews
X

< Menu