Description
महाराष्ट्र की संत परंपरा ने भक्ति की जो धारा प्रवाहित की, वह आज तक अबाध गति से बहती आ रही है। महाराष्ट्र में जिन पांच संतों ने भक्ति की धारा प्रवाहित की, उनके नाम हैं-नामदेव, ज्ञानेश्वर, एकनाथ, समर्थ रामदास और तुकाराम। ये संत महाराष्ट्र में प्रचलिल वारकरी संप्रदाय के थे। कुछ विद्वानों ने इसे ‘महाराष्ट्र का भक्ति धर्म’ कहा है। पंढरपुर महाराष्ट्र का काशी कहलाता है। यहां ईंट पर खड़े भगवान विट्ठल की भव्य मूर्ति है। यह भगवान श्रीकृष्ण का बालरूप है, जिसे ‘विट्ठल’ कहा गया है।
-इसी पुस्तक से
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