Description
विश्व में भारत के गौव को प्रतिष्ठित करने का श्रेय आदि जगद्गुरु शंकराचार्य को हैं उन्होंने भारतीय संस्कृति को गरिमा के पद पर आसीन किया। उन्होंने हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति और हिंदू जीवन दर्शन को अभिनव प्राणशक्ति प्रदान की।
जगद्गुरु ने धरती पर भारत की गरिमा स्थापित की। मात्र बत्तीस वर्ष की आयु में उन्हांेने जो कुछ किया वह अकल्पनीय है। जब तक विश्व में भारत का अस्तित्व रहेगा तब तक शंकराचार्य जी का नाम अमर रहेगा।
-डाॅ. चन्द्रिकाप्रसाद शर्मा