Description
भगवान महावीर विश्व के उन महापुरुषों में थे, जो मानव-श्रेणी से ऊपर उठकर देव-कोटि में पहुंच जाते हैं। भगवान महावीर के उपदेशों, सिद्धांतों और शिक्षाओं को लोगों ने हृदय से स्वीकार किया। वे अहिंसा के साक्षात् अवतार थे। उनका हृदय करुणा से आपूरित था। वे मानव मात्र के कल्याण के लिए विश्व-बंघुत्व के भाव को जन-जन तक पहुँचाना चाहते थे।
-डाॅ. चन्द्रिकाप्रसाद शर्मा