Description
शिक्षा को गतिशीलता : अवशोेध, नवाचार एवं सम्थावनाएँ
हमारा समाज शिक्षा से अनेक प्रकार की अपेक्षाएँ रखता है, मुख्य रूप से यह कि शिक्षा प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता बढ़ा सकेगी-ऐसी इच्छा प्रत्येक व्यक्ति के मानस में सदा बनती है। आज यह सर्वमान्य है कि शिक्षा को सभी तक पहुँचना है, उसके लिए समाज तथा सरकार दोनों को लगातार प्रयास करना है और 2वीं सदी में कोई भी व्यक्ति शिक्षा के प्रभाव-क्षेत्र के बाहर रहकर सामान्य जीवनयापन नहीं कर सकता । अब सामान्य परिवार भी यह समझने लगे हैं कि शिक्षा व्यक्ति के मानवीय गुणों व मूल्यों के विकास में सबसे अधिक योगदान कर सकती है।
प्रस्तुत पुस्तक में सारे लेख सामान्यजन को ध्यान में रखकर लिखे गए हैं। ये लेखक के सारे देश में शिक्षाविदों से लेकर अध्यापकों, पालकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा बच्चों के साथ लगातार जारी रहे संवाद के आधार पर लिखे गए हैं। यह प्रयास लगातार रहा है कि शिक्षा में रुचि लेने वाला प्रत्येक व्यक्ति इन्हें पढ़कर चिन्तन-मनन कर सके और अपना विचार परिपक्व कर सके।
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