Description
सभी परिवार चाहते हैं कि वो शिक्षा उनके बच्चों को मिले वह उनके व्यक्तित्व के सभी अंगों का पूर्ण विकास करे। शिक्षा कार्यकारी जीवन में उपयोगी हो, उसकी गुणवत्ता श्रेष्ठ स्तर की हो। भारत की शिक्षा-व्यवस्था समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के लिए तभी सार्थक होगी जब एक-सी गुणवत्ता, उपयोगी शिक्षा सभी बच्चों को बिना किसी भेदभाव के उपलब्ध हो।
यह पुस्तक अध्यापकां तथा शिक्षा से जुड़े एवं उसमें रुचि लेने वाले व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से प्रस्तुत की जा रही है।
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