Description
डाॅ. अम्बेदक के अंतिम वर्ष एक ओर उनके जीवन के अत्यंत निर्णायक वर्ष थे, दूसरी ओर उनके गिरते हुए स्वास्थ्य और उनके चारों ओर की संदेहात्मक स्थितियों की छाया भी उन वर्षों पर छाई हुई थी। इसलिए यह पुस्तक डाॅ. अम्बेदकर के जीवन का एक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज बन गई है।
-महीप सिंह