Description
चंदा मामा विषयक लोरियां और परीकथाएं, आदमी की बोली-बानी में बतियाते जानवरों आदि की कथाएं सुनकर और आगे चलकर उन्हें पढ़कर बच्चा बड़ा होता है। सारी दुनिया की भाषाओं में लोककथाओं की भरमार है तो क्या उन कथाओं के वैचित्र्य का संसार विज्ञान है? पुराकथाओं या कि लोककथाओं में नैतिक जीवन-मूल्यों की तलाश तो की जा सकती है, पर विज्ञान की नहीं।
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