Description
विष्णु नागर इस पुस्तक में जीवन में विज्ञान की भूमिका को एक नए दृष्टिकोण से देखते हैं तो धर्म, अंधविश्वास, सांप्रदायिकता, संस्कृति, ज्योतिष, देशभक्ति, लोकतंत्र, राजनीति, शिक्षा-व्यवस्था, परिवहन, वामपंथ आदि को भी एक अलग कोण से देखने का प्रयत्न करते हैं। इससे उनकी राजनीति, समाज, साहितय, संस्कृति आदि में गहरी दिलचस्पी का पता चलता है। यह पुस्तक निश्चय ही पाठकों को एक नई बौद्धिक-संवेदनात्मक ताजगी से भरने में समर्थ है।
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