साथियों, हो सकता है, हमारे रास्ते में हजारों मुसीबतें आएं। असम्भव नहीं कि हमारे मार्ग में पहाड़ जैसी बड़ी-बड़ी बाधाएँ उपस्थित हों। यह भी मुमकिन है कि हमारे दुश्मन हर कदम पर बड़ी रुकावट खड़ी कर दें। लेकिन हमें इनमें से किसी से भी डरने की आवश्यकता नहीं। क्योंकि जो डरता है, वह मरता है। न हम डरेंगे, न हम मरेंगे। हम तो भारत के वीर बालक हैं। इसलिए हम लड़ेंगे और आगे बढ़ेंगें।
-इसी पुस्तक से
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वीर बालक बनें / Veer Baalak Banen
₹150.00 ₹127.50
ISBN: 978-81-88123-35-3
Edition: 2017
Pages: 100
Language: Hindi
Format: Hardback
Author : Jagat Ram Arya
Out of stock
Category: Stories
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