Description
चिरप्राचीन वेद और युवाओं के लिए संकलन तैयार करना सरल तो नहीं लगता, पर ‘वेद’ ही यहाँ सहायता करता है। कारण कि वेद (कोई भी हो चारों में से) पुरातन होते हुए भी नूतन है, पारम्परिक होते हुए भी आधुनिक। वेदों की विशेषता है कि उनके मन्त्रों की आज तक नई से नई व्याख्याएँ की जा रही हैं। यों वेद की अपनी शैली है, अपना मुहावरा है, पर हर युग की कसौटी पर वेद खरा उतरता है। यही कारण है कि आज की अनेक व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक, वैश्विक समस्याओं के समाधान वेद-मन्त्रों में निहित हैं। युवाओं के लिए यह संकलन तैयार करते हुए इन्हीं बातों का ध्यान रखा गया है।