देश की राजनीति को आज लोकप्रिय नारों की इस अव्यावहारिक जकड़न से बाहर निकालने की आवश्यकता है। गरीबों को बांटते रहने से गरीबी दूर नहीं होगी, लोगों को भिखरी बनाकर और सरकार की खैरात पर जीवित रहने की शिक्षा देकर राष्ट्रीय स्वाभिमान नहीं जागेगा। देश के राजनीतिक चिंतक में क्रांतिकारी परिवर्तन की आवश्यकता है। क्रांतिकारी परिवर्तन की आवश्यकता केवल गरीबी मिटाने से संबंधित नहीं है। अनेक प्रश्न और मुद्दे ऐसे हैं, जिनमें आमूल परिवर्तन अपेक्षित है। इसी प्रकार जटिल समस्याओं से जूझने हेतु अभी देश में क्रांतिकारी कदम उठाने शेष हैं। प्रस्तुत पुस्तक के लेखों में अधूरी क्रांति को कैसे पूर्ण किया जा सकता है, इस पर विस्तार से बताया गया है।
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क्रांति अभी अधूरी है / Kranti Abhi Adhoori Hai
₹300.00 ₹255.00
ISBN: 978-81-89982-98-0
Edition: 2016
Pages: 200
Language: Hindi
Format: Hardback
Author : Shanta Kumar
Category: Articles