महिलाओं और लड़कियों के विरुद्ध हिंसा एक ऐसी भूमंडलीय गंभीर समस्या है, जो शारीरिक, मानसिक, यौनाचार और आर्थिक रूप से उनकी हत्या करती है या उन्हें सताती है, या उन्हें अपांग बना देती है । मानव-अधिकारों का सर्वाधिक व्यापक उल्लंघन है, जिसके द्वारा महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षा, सम्मान, समानता, आत्मोत्कर्ष और बुनियादी आज़ादी के अधिकारों से वंचित रखा जाता है । महिलाओं के प्रति हिंसा आज हर देश में व्याप्त है । इसके विश्वव्यापी विस्तार के सामने संस्कृतियों, वर्गों, शिक्षा, आय, जातीयता और आयु की किसी भी सीमा का कोई महत्त्व नहीं होता । हालाँकि अधिकांश समाजों द्वारा महिलाओं के विरुद्ध हिंसा का निषेध किया गया है, लेकिन सच्चाई तो यह है कि उन समाजों में भी सांस्कृतिक परम्पराओं, मान्यताओं या धार्मिक सिद्धांतों की भ्रांत व्याख्या की ओट में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की स्वीकृति दी जाती है । इतना ही नहीं, जब यह हिंसा घर के अंदर होती है, जैसा की अधिकतर होता है, तो इस बुराई को राज्य तथा कानून-व्यवस्था के लिए जिम्मेदार शक्तियां अपने अव्यक्त मौन तथा उदासीनता के द्वारा प्रभावशाली ढंग से दबा देती हैं ।
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Ghareloo Hinsa : Vaishvik Sandarbh
₹345.00 ₹260.00
ISBN: 978-81-89982-04-1
Edition: 2009
Pages: 296
Language: Hindi
Format: Hardback
Author : Vibha Devsare
Category: Knowledge