इस पुस्तक में ऐसे व्यक्तियों की सच्ची कहानियां हैं, जिन्होंने अपने जीवन में ऐसे काम किए, जिनसे आम आदमी को लाभ हुआ था, जिनसे आम आदमी को प्रेरणा मिल सकती है । इन व्यक्तियों ने अपने लक्ष्य की प्राप्ति में कठियाइयों का भी सामना किया, लेकिन उनका डटकर मुकाबला किया । इनमे से अधिकांश के पास सीमित साधन थे, फिर भी लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में उनके कदम रुके नहीं, बल्कि आगे ही बढ़ते गए । अंत में उन्होंने अपना लक्ष्य प्राप्त किया । साथ ही अपने सपनों को भी साकार किया ।
जिन व्यक्तयों की ये जीवनियां हैं, उनके बारे में किशोर पाठक बहुत कम जानते होंगे । इनमे से कुछ को तो वे केवल उनके नाम या काम से ही जानते होंगे । लेकिन जब वे उनके बारे में पढ़ेंगे तो न केवल उन्होंने नई जानकारी मिलेगी, बल्कि कुछ वैसे ही लोकहितकारी काम करने की प्रेरणा भी मिलेगी । यही पुस्तक का उद्देश्य है ।
—विश्वनाथ गुप्त