Description
आज जब कि देश के सामने आर्थिक व सुरक्षात्मक संकट के साथ सबसे बड़ा संकट राष्ट्रीय चरित्र का आ खड़ा हुआ है, स्वामी विवेकानंद जी का जीवन, भावी भारत के निर्माता नवयुवकों के सामने एक ज्वलंत आदर्श उपस्थित कर सकता है। देश की इस महत्वपूर्ण सामयिक आवश्यकता का अनुभव करके ही इस पुस्तक की रचना की गई है।
स्वामी जी के गहन दार्शनिक विचारों व जीवन की गहरी अनुभूतियों का विश्लेषण करना इस पुस्तक विषय नहीं है। यह तो सरल भाषा एवं सुलभ शैली में स्वामी जी के देशभक्त हृदय का एक चित्र मात्र है। छोटे-छोटे अध्यायों में उनके जीवन को इस प्रकार चित्रित करने का प्रयत्न किया गया है ताकि देश का युवा वर्ग और विशेषकर छात्र समाज उनके महान् जीवन की झलक प्राप्त कर सके।
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