हमारे शरीर की प्रकृति है कि वह बाहरी प्रोटीन (दूसरे व्यक्ति के अंग की) का प्रतिरोध करती हैं इसी नाते सामान्यतः मानव शरीर प्रत्यारोपित अंग को स्वीकार नहीं करता और अंग प्रत्यारोपण असफल हो जाता हैं जीन मान चित्रण से इस समस्या का निदान हो सकेगा और तब कोई भी अकाल मृत्यु का वरण नहीं करेगा।
Sale!
जैव प्रौद्योगिकी के विविध आयाम / Jaiv Praudyogiki ke Vividh Aayaam
₹120.00 ₹102.00
ISBN: 978-81-88123-33-1
Edition: 2012
Pages: 116
Language: Hindi
Format: Hardback
Author : Shukdev Prasad
Out of stock