Description
गत छह दशकों से रचना-कर्म में संलग्न महीप सिंह ने बहुत कुछ लिखा है-कहानियां, उपन्यास, व्यंग्य, यात्रा-वृत्तांत, रेडियो-रूपक, दूरदर्शन धारावाहिक, आलेख आदि। साहितय तथा समकालीन समस्याओं पर उनके साक्षात्कार विविध पत्र-पत्रिकाओं में तथा पुस्तक-रूप में प्रकाशित हुए हैं।
प्रस्तुत संचयन में उनकी कुछ कहानियाँ, उपन्यासों के महत्त्वपूर्ण अंश, कुछ चुने हुए व्यंग्य, साक्षात्कार, आत्मकथांश तथा साहित्य, समाज, इतिहास, राजनीति आदि विषयों पर लिखे गए तथा बहुचर्चित हुए आलेख सम्मिलित किए गए हैं।
महीप सिंह के संपूर्ण साहित्य की झलक तथा उनके मानस को यह संचयन भली प्रकार अभिव्यक्ति देता है। साहित्य-रसिक पाठक तथा शोधकर्ता इससे बहुत लाभान्वित होंगे, ऐसा हमारा विश्वास है।