क्यों उघड़ आते
अचानक
हर किसी के सामने तुम?
बात जड़ पकड़े
तभी
वह
बात है।
सामने
यह जो तुम्हारे
खड़खड़ाता…
वह नहीं है पेड़
या, मिट्टी;
महज़
चालू हवा का
आदतन
उत्पात है।
₹180.00 ₹153.00
ISBN: 978-93-91797-03-4
Edition: 2021
Pages: 80
Language: Hindi
Format: Hardback
Author : Ramesh Chandra Shah
Out of stock
क्यों उघड़ आते
अचानक
हर किसी के सामने तुम?
बात जड़ पकड़े
तभी
वह
बात है।
सामने
यह जो तुम्हारे
खड़खड़ाता…
वह नहीं है पेड़
या, मिट्टी;
महज़
चालू हवा का
आदतन
उत्पात है।
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