पंचदेश में शत्रु देश के जासूसों ने विद्रोह करवा दिया। भाग कवि ने राजा नरसिंह के दरबार तक पहुंचा बना महामंत्री रुद्रदेव को शक्तिहीन कर दिया। कुछ दिन बाद राज्य में खबर फैल गई कि रुद्रदेव विद्रोहियों के हाथों मारे गए। पर हुआ उलटा। भाग कवि अपनी ही चाल में उलझ गए। रुद्रदेव तो जिंदा निकले…।
-गहरी चाल
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हिलने लगी धरती / Hilane Lagi Dharti
₹200.00 ₹170.00
ISBN: 978-81-88123-11-7
Edition: 2014
Pages: 148
Language: Hindi
Format: Hardback
Author : Srinivas Vats
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Category: Stories
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