Description
कुबेर दत्त की कविताओं का कथ्य सविशेष होकर सविशेष शिल्प में व्यक्त हुआ है। कवि की कविताएँ मानवीय बोध से सम्पन्न हैं और इनमें जो तथ्य और स्थितियाँ प्रस्तुत हैं, उन्हंे कवि ने अपने ढंग से पाया। यह कठिन काम था, जोखिम का काम था, पर इसे कवि ने सफलतापूर्वक प्रिय और विशिष्ट बनाया। ये कविताएँ सारवान और सार्थक हैं। हिंदी में ऐसी कविताएँ प्रायः दुर्लभ हैं।
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