Description
डॉ. श्याम सिंह शशि का रचना-संसार
काव्य-कृतियां : ‘अग्निसागर’ (बहुचर्चित महाकाव्य), ‘विश्व-कविता की ओर’, ‘शिलानगर में’, ‘एक दधीचि और’, ‘ढाई आखर’, ‘लहू के फूल’, ‘प्रतिनिधि कविताएं’, ‘यायावरी’, ‘एकलव्य तथा अन्य कविताएं’ आदि बीस कविता-संग्रह । ‘लाल सवेरा’, ‘एकादशी’, ‘भूदान दशक’, ‘प्रणय पूर्णिमा’ चार लधु कविता-संग्रह कक्षा 10-11 मेँ प्रकाशित। ‘नन्हे सैनिक’ (बाल-कविता-संग्रह), ‘White Darkness’ (अंग्रेजी कविताएं) । हिंदी तथा अंग्रेजी में तीन सौ से अधिक पुस्तकों/ग्रंथों का लेखन । मूलत: कवि तथा यायावर साहित्यकार।
गद्य-साहित्य : ‘हिमालय के यायावर’, ‘भारत के यायावर’, ‘रोमा-विश्व के यायावर’, ‘सूर्य मंदिरों की खोज में’, ‘इतिहास बनती यात्राएं’, ‘हमारा समाज’, ‘जीवन पथ पर’, ‘भारत की पशुपालक जातियां’, ‘भारत की आदिवासी महिलाएँ’, ‘सामाजिक विज्ञान हिंदी विश्वकोश’ (तीन खंड) । बाल-साहित्य- ‘मेहनत ही जिंदगी है’ (बहुपठित, अनेक संस्करण), ‘जंगल में मोर नाचा’, ‘बिरसा मुंडा’ (जीवनी), ‘आदिवासी लोककथाएँ, देश-देश में रोमा बच्चे’ आदि पच्चीस से अधिक बाल-कृतियां । अंग्रेजी शोधग्रंथ — ‘Normads of the Himalayas’, ‘Roma—The Gypsy World’, ‘Nehru and the Tribals’, ‘Tribal Women of India’, ‘Our Tribal Children’, ‘The World of Nomads’, ‘Encyclopaedia of Indian Tribes (10 Vol.) आदि शताधिक ग्रंथ।
शशि-साहित्य पर शोधग्रंथ : दिल्ली, आगरा, मेरठ, गढ़वाल, बंगलौर, राजस्थान, कुरुक्षेत्र, पुणे आदि अनेक विश्वविद्यालयों में तीस से अधिक शोधार्थियों को शशि-साहित्य पर पी-एच०डी०, डी०फिल० आदि प्रदत्त। ‘कामायनी तथा अग्निसागर का तुलनात्मक अध्ययन’, ‘श्याम सिंह शशि का काव्य : चेतना तथा शिल्प’, ‘समकालीन शोध में शशि-काव्य’, ‘श्याम सिंह शशि का सृजन-मूल्यांकन’, ‘अग्निसागर से गुजरते हुए’ , ‘अग्निसागर की अग्निपरीक्षा’, ‘महापंडित राहुल सांकृत्यायन तथा डॉ० श्याम सिंह शशि के यायावर साहित्य का तुलनात्मक अध्ययन’ आदि।