Description
इस संग्रह में ‘बयान’ के साथ कमलेश्वर की वे सभी कहानियां संगृहीत हैं, जिन्हें कहानीकार की विशिष्ट उपलब्धियों के रूप में सभी ने स्वीकारा और सराहा है।
‘नई कहानी आंदोलन’ के प्रमुख प्रवर्तक और प्रखर प्रवक्ता एवं ‘समांतर लेखन’ आंदोलन के प्रथम पुरुष के रूप में कमलेश्वर ने आम आदमी के साथ अपने लेखक को जोड़ा और अपनी रचनाओं में उसे सशक्त अभिव्यक्ति दी।
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