Description
प्रस्तुत गजल संग्रह देवेन्द्री मन्द्रवाल ‘अफशां’ के साहित्यिक सफर का ‘आगाज’ निश्चय ही अपने अंदर विचारों एवं संघर्ष का एक संदेश लेकर हमारे सामने आया है। हम ‘अफशां’ के इस ‘आगाज’ से लेकर उसके अंजाम तक के सभी नशेब व फराज पर उनकी कामयाबी की दिली दुआओं के साथ यह विश्वास करते हैं कि ‘अफशां’ ‘साहित्य अफशां’ बनकर साहित्य के इतिहास के पन्नों पर सदैव जगमगाती रहेंगी।
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