बुक्स हिंदी 

-15%

युग प्रवर्तक स्वामी दयानन्द / Yug-Pravartak Swami Dayanand

290.00 246.50

ISBN: 978-81-88118-28-1
Edition: 2018
Pages: 184
Language: Hindi
Format: Hardback


Author : Lala Lajpat Rai

5 in stock

Compare
Category:

Description

महर्षि दयानंद सरस्वती उन महान विभूतियों में थे, जिन्होंने राष्ट्रोत्थान के कार्य में महती भूमिका निभाई । उन्नीसवीं शताब्दी में धार्मिक पुनर्जागरण के क्षेत्र में स्वामी दयानंद का कार्य स्तुत्य रहा । उन्होंने वैदिक धर्म की ज्योति को भारत के कोने कोने में प्रकाशित किया । महर्षि दयानंद ने जिस आंदोलन का सूत्रपात किया उसकी ओर देश की जनता उत्साह के साथ बढ़ी। वास्तव में स्वामी दयानंद ने उस कार्य को अपने हाथ में लिया जिसकी काफी समय से उपेक्षा होती चली आ रही थी । आर्यसमाज की स्थापना द्वारा स्वामी दयानंद ने सोती हुई हिंदू जाति को जगाया, उनको आगे बढने की दिशा दिखाई और उसकी रुचि सुधार की ओर ले गए । स्वामी दयानंद सरस्वती वर्तमान भारत के एक प्रमुख विचारक और चिंतक थे । धर्म, नीति, दर्शन, सामाजिक संगठन और राज्य-व्यवस्था आदि पर उन्होंने जो विचार समाज के सम्मुख प्रस्तुत किए, वे सर्वथा नूतन ओर क्रांतिकारी थे । वे धार्मिक सुधारों द्धारा समाज और राष्ट्र का सुधार करना चाहते थे । आर्यसमाज को स्वामी जी ने एक ऐसा स्वरूप दिया कि उसने जन-आंदोलन का सक्रिय रूप धारण कर लिया । वे वैदिक धर्म को अभिनव स्वरूप देने में सफल हुए । उनके विचारों ने पूरे समाज को जगा दिया

Vendor Information

  • 5.00 5.00 rating from 3 reviews
X

< Menu